PO RD Scheme: अगर आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाकर एक अच्छी रकम तैयार करना चाहते हैं, तो आरडी यानी Recurring Deposit (आरडी) आपके लिए बहुत अच्छा विकल्प है। यह एक ऐसा निवेश तरीका है जिसमें आप हर महीने तय रकम बैंक में जमा करते हैं और उसके बदले आपको ब्याज मिलता है। यह तरीका उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो कम आय के बावजूद धीरे-धीरे पैसा बचाना चाहते हैं। आज हम बात करेंगे कि अगर आप हर महीने सिर्फ ₹1500 की आरडी (Recurring Deposit) करते हैं, तो 5 सालों में 6.70% सालाना ब्याज दर पर आपको कितना रिटर्न मिलेगा।
क्या होती है RD और कैसे काम करती है?
आरडी यानी रिकरिंग डिपॉजिट एक ऐसी योजना होती है जिसमें आप हर महीने एक निश्चित रकम बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा करते हैं। बैंक आपकी रकम पर एक निश्चित ब्याज दर से ब्याज देता है और समय पूरा होने पर आपको मूलधन (Principal Amount) के साथ ब्याज मिलाकर एकमुश्त राशि वापस मिलती है।
यह योजना उन लोगों के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है जो नियमित रूप से थोड़ी रकम बचाना चाहते हैं और जिनके पास एक साथ बड़ी रकम निवेश करने की क्षमता नहीं है। इसमें कोई जोखिम नहीं होता क्योंकि बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
डेढ़ हजार रुपए की RD से कितना रिटर्न मिलेगा
अब बात करते हैं सबसे अहम सवाल की — अगर कोई व्यक्ति हर महीने ₹1500 की आरडी करता है और ब्याज दर 6.70% प्रति वर्ष है, तो 5 सालों में कुल कितनी रकम बनेगी?
चलो इसे आसान भाषा में समझते हैं।
- मासिक जमा राशि (Monthly Deposit): ₹1500
- अवधि (Tenure): 5 साल यानी 60 महीने
- ब्याज दर (Interest Rate): 6.70% सालाना
अब इस हिसाब से कुल जमा रकम होगी:
₹1500 × 60 = ₹90,000
लेकिन बैंक आपको इस पर ब्याज भी देगा। 6.70% सालाना ब्याज दर के हिसाब से 5 साल बाद आपकी कुल रकम लगभग ₹1,07,050 हो जाएगी।
इसका मतलब है कि आपने 5 सालों में ₹90,000 जमा किए और आपको लगभग ₹17,050 का ब्याज मिला। यानी बिना किसी जोखिम के आपको अच्छा खासा फायदा हो गया।
क्यों करनी चाहिए RD?
आरडी की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें कोई जोखिम नहीं होता। शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड की तरह इसमें नुकसान का डर नहीं रहता। यह योजना उन लोगों के लिए सही है जो सुरक्षित निवेश चाहते हैं और हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा बचा सकते हैं।
दूसरी खासियत यह है कि इसमें निवेश करना बहुत आसान है। आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर इसे शुरू कर सकते हैं। आजकल तो मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग के जरिए भी कुछ क्लिक में आरडी खोली जा सकती है।
एक बार आरडी शुरू करने के बाद, हर महीने आपके खाते से तय राशि अपने आप कट जाती है। इससे आपको अलग से जमा करने की झंझट नहीं रहती और धीरे-धीरे आपकी बचत बढ़ती जाती है।
कौन-कौन कर सकता है RD?
आरडी कोई भी व्यक्ति कर सकता है — चाहे वह छात्र हो, नौकरीपेशा, गृहिणी या व्यापारी। यहां तक कि आप अपने बच्चों के नाम से भी आरडी शुरू कर सकते हैं ताकि उनके भविष्य के लिए सुरक्षित फंड बन सके।
अगर आप नौकरी करते हैं तो यह आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि हर महीने आपकी सैलरी से थोड़ी रकम आसानी से बचाई जा सकती है। वहीं, अगर आप गृहिणी हैं तो भी घर का खर्च निकालकर बचत का यह तरीका आसान रहेगा।
RD से क्या फायदे मिलते हैं?
आरडी करने के कई फायदे हैं। पहला फायदा यह कि आपकी रकम पूरी तरह सुरक्षित रहती है क्योंकि बैंक और पोस्ट ऑफिस पर सरकार की गारंटी होती है।
दूसरा फायदा यह कि आपको तय ब्याज मिलता है, जो बाजार की स्थिति पर निर्भर नहीं करता। तीसरा फायदा यह है कि अगर आप चाहें तो एक से ज्यादा आरडी खोल सकते हैं, जिससे आपकी बचत और बढ़ जाती है।
इसके अलावा, कई बैंक ऐसी सुविधा देते हैं कि अगर आप चाहें तो अपनी आरडी को ऑटोमैटिक रूप से फिक्स्ड डिपॉजिट में बदल सकते हैं, जिससे ब्याज दर और बढ़ जाती है।
RD में टैक्स का क्या नियम है?
आरडी से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है। अगर आपका ब्याज सालाना ₹40,000 से ज्यादा है तो बैंक उस पर TDS काट सकता है। हालांकि, अगर आपकी आय टैक्स योग्य सीमा से कम है तो आप फॉर्म 15G या 15H भरकर टैक्स बचा सकते हैं।
छोटे निवेशकों के लिए यह एक बढ़िया विकल्प है क्योंकि इसमें टैक्स का प्रभाव बहुत कम पड़ता है और निवेश सुरक्षित रहता है।
भविष्य की जरूरतों के लिए बेहतर योजना
अगर आप अपने बच्चों की पढ़ाई, शादी या किसी बड़े खर्च के लिए पैसा जोड़ना चाहते हैं, तो आरडी एक समझदारी भरा कदम है। हर महीने सिर्फ ₹1500 जैसी छोटी रकम से आप धीरे-धीरे बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
5 सालों में जब आपको ₹1,07,050 मिलेंगे, तो यह रकम किसी जरूरी खर्च में बहुत काम आ सकती है। और अगर आप चाहें तो उसी रकम से नई आरडी शुरू करके और ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं।
क्यों है यह सबसे आसान निवेश तरीका?
आरडी को सबसे आसान इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें न कोई जोखिम है, न किसी खास ज्ञान की जरूरत। बस हर महीने तय रकम जमा करनी होती है। अगर आप छोटे निवेशक हैं और सुरक्षित बचत करना चाहते हैं तो यह तरीका आपके लिए बिल्कुल सही है।
कई लोग अपनी सैलरी से सीधा आरडी लिंक कर देते हैं ताकि बचत अपने आप हो जाए। इससे पैसे खर्च होने से पहले ही बचत हो जाती है। धीरे-धीरे यही छोटी बचत बड़ी पूंजी में बदल जाती है।
Disclaimer
यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है। किसी भी निवेश योजना में पैसा लगाने से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। ब्याज दर समय-समय पर बदल सकती है, इसलिए निवेश करने से पहले ताज़ा ब्याज दर की जांच अवश्य करें।
